Thursday, June 17, 2010
गोमूत्र से बनी दवा को मिला अमेरिकी पेटेंट
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आएसएस) के एक सहयोगी संगठन द्वारा गोमूत्र से बनाई गई एक दवा को अमेरिकी पेटेंट हासिल हुआ है। कैंसर निरोधी इस दवा को एंटी-जीनोटॉक्सिटी गुणों की वजह से तीसरी बार यह पेटेंट मिला है।नैशनल एनवायरनमेंटल इंजीनियर रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) के कार्यकारी निदेशक तपन चक्रवर्ती के हवले से बताया गया है कि संघ समर्थित संगठन गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र और नीरी द्वारा संयुक्त रूप से बनाई गई दवा कामधेनु अर्क को यह पेटेंट हासिल हुआ है।चक्रवर्ती और केंद्र के प्रतिनिधि सुनील मानसिंघका ने बताया कि री-डिस्टिल्ड काउ यूरिन डिस्टिलेट (आरसीयूडी) का इस्तेमाल जैविक तौर पर नुकसानग्रस्त डीएनए को दुरुस्त करने में किया जा सकता है। इस नुकसान से कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है।
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